शिव की आराधना कैसे करें

समय को बाँधता मैं हूँ,अहंकार का नाश मैं हूँ,सृष्टि की रचना मैं हूँ,जीवन का संचार मैं हूँ। काल का काल मैं हूँ,शून्य का सार मैं हूँ,निराकार मैं हूँ,अनंत में मैं…

0 Comments

हिंदी: केवल भाषा नहीं, एक भावनात्मक अभिव्यक्ति

हिंदी सिर्फ एक भाषा नहीं, बल्कि एक ऐसी भावना है जो हमारे अस्तित्व को संतुष्टि और शांति प्रदान करती है। आज की तेज़-रफ़्तार और तकनीकी प्रगति के युग में, क्या…

0 Comments

शिव कौन हैं? शिव का अर्थ क्या है?

न पुण्यं न पापं न सौख्यं न दु:खं न मन्त्रो न तीर्थं न वेदो न यज्ञः |अहं भोजनं नैव भोज्यं न भोक्ता चिदानन्द रूप: शिवोऽहं शिवोऽहम् || अर्थात: न मैं…

12 Comments

सरस्वती माता को वाणी की देवी क्यों कहते हैं?

हमारी प्रकृति अद्भुत है, अनोखी है अनमोल है जो हमें मोहित कर देती है | प्रकृति के बीच मन शांत और ताज़ा महसूस करता है। चिड़ियों के कलरव, कल कल…

0 Comments